दलितों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों को लेकर अमेरिका में प्रदर्शन, मीडिया ने अनदेखा किया
Updated On: 2019-09-24 15:33:59
अमेरिका के ह्यूस्टन में हाऊडी मोडी इवेंट में हिस्सा लेने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत में दलितों, धार्मिक अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचारों को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा। भारतीय मीडिया के बड़े हिस्से ने मोदी के भाषण और उनके स्वागत की खबरों को तो प्रमुखता से उठाया, लेकिन उनका विरोध होने की घटना को लगभग अनदेखा कर दिया।
अमेरिका के ह्यूस्टन में कार्यक्रम स्थल के बाहर बड़ी गिनती में लोग इकट्ठे हुए, जिन्होंने भारत में भीड़ हिंसा, हिंदुत्व और कश्मीर में लगातार जारी पाबंदी का विरोध किया। भारतीय अमेरिकियों के एक समूह अलायंस फॉर जस्टिस एंड एकाउंटेबिलिटी (एजेए) ने मोदी सरकार और भाजपा के अलोकतांत्रिक, जनविरोधी और अल्पसंख्यक विरोधी एजेंडा का विरोध किया।
समूह की ओर से कहा गया, एजेए में सभी धर्मों के भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोग शामिल थे। इसमें हिंदुज फॉर ह्यूमन राइट्स (एचएचआर), द इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल और द ऑर्गनाइजेशन फॉर माइनॉरिटीज ऑफ इंडिया जैसे संगठन शामिल हुए।
विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने भारत में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म करने, असम में लाए गए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी), गैर-न्यायिक हत्या, धार्मिक अत्याचार और जातीय उत्पीडऩ जैसे मुद्दों को सामने रखा।
इंडियन-अमेरिकन मुसलिम काउंसिल के सैयद अली ने कहा कि हम कश्मीरियों, अल्पसंख्यकों और दलितों का समर्थन करते हैं। यह एक स्वतंत्र देश है, जहां हर किसी को अपना विरोध दर्ज कराने की अनुमति है।
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